Riders के लिए बड़ी खुश खबरी क्योंकि अब Royal Enfield Himalayan 450: आ रही है और हाई पावर और बेहतरीन माइलेज के साथ है।

भारतीय बाज़ार में Royal Enfield की दो बाइक्स—Classic 350 (जो अब J-Platform पर आधारित है) और नई Himalayan 450—काफी चर्चा में हैं। जहाँ Classic 350 अपनी पुरानी विरासत (legacy) और सिद्ध विश्वसनीयता (Reliability) के लिए जानी जाती है, वहीं Himalayan 450 आधुनिक तकनीक (Modern Technology) और ऊँचे प्रदर्शन (High Performance) का प्रतिनिधित्व करती है।

यदि आप एक नई Royal Enfield खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि क्या आपको क्लासिक और भरोसेमंद J-Platform चुनना चाहिए या Himalayan 450 के साथ एडवेंचर टूरिंग (Adventure Touring) के भविष्य में कदम रखना चाहिए, जिसके साथ शुरुआती ‘तकनीकी दिक्कतें’ (initial niggles) आने का जोखिम जुड़ा हुआ है।


1. Royal Enfield Himalayan 450: Technology और Performance

Royal Enfield Himalayan 450 को एक पीढ़ीगत छलांग (generational leap) माना जाता है। यह बाइक Royal Enfield की पहली Liquid-Cooled Engine वाली मोटरसाइकिल है।

प्रमुख विशेषताएँ (Key Features):

  • इंजन (Engine): इसमें 452 cc का Liquid-Cooled, DOHC (डबल ओवरहेड कैमशाफ्ट) इंजन है, जो लगभग 39.47 bhp @ 8000 rpm की अधिकतम पावर (Max Power) और 40 Nm @ 5500 rpm का पीक टॉर्क (Peak Torque) देता है।
  • गियरबॉक्स (Gearbox): यह 6-स्पीड Manual Transmission के साथ आती है।
  • सस्पेंशन (Suspension): इसमें 43mm का Upside Down Fork (USD) और लिंकेज टाइप Monoshock सस्पेंशन है, दोनों में 200mm का व्हील ट्रैवल (wheel travel) मिलता है।
  • ब्रेकिंग और फीचर्स (Braking and Features): इसमें बड़े डिस्क ब्रेक (सामने 320mm, पीछे 270mm) के साथ Dual Channel ABS है, जिसे पीछे के पहिये के लिए स्विच (switchable) किया जा सकता है। इसमें एक 4-इंच का सर्कुलर TFT Display है जिसमें इंटीग्रेटेड Map Navigation और Ride by Wire System मिलता है।

Royal Enfield Himalayan 450:

चूँकि Royal Enfield Himalayan 450 एक बिल्कुल नया मॉडल है, इसलिए इसकी शुरुआती विश्वसनीयता (Reliability) को लेकर बाज़ार में चिंताएँ हैं। कई विशेषज्ञों और राइडर्स ने सलाह दी है कि ग्राहकों को पहले बैच (first batch) को खरीदने से बचना चाहिए और लगभग एक साल तक या दूसरे/तीसरे बैच (second or third batches) के आने का इंतजार करना चाहिए। ऐसा इसलिए ताकि आप Royal Enfield के ‘बीटा टेस्टर’ (beta tester) बनने से बच सकें।

रिपोर्ट किए गए प्रमुख मुद्दे (Reported Major Issues):

  1. इंजन का ब्रेकडाउन (Engine Breakdown): एक घटना में, एक Himalayan 450 के इंजन में खराबी आई और उसे समस्या का पता लगाने के लिए Royal Enfield के चेन्नई स्थित प्लांट (plant in Chennai) वापस भेजना पड़ा।
  2. स्टार्टर मोटर की विफलता (Starter Motor Failure): एक उपयोगकर्ता ने बताया कि उनकी एक सप्ताह पुरानी Himalayan 450 का Starter Motor एक Faulty Starter Relay के कारण जल गया था। इसे बदलने में दो सप्ताह लगे।
  3. ऑपरेटिंग त्रुटियाँ (Operating Errors): कुछ राइडर्स ने यह भी सुझाव दिया है कि वीडियो रिव्यूज में ब्रेकडाउन शायद इसलिए हुआ क्योंकि बाइक स्टार्ट करते समय Fuel Pump को प्राइम (prime) होने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया था।

3. Bullet/Classic 350:

Royal Enfield Bullet 350 और Classic 350 दोनों नए J-Platform पर आधारित हैं। यह प्लेटफॉर्म अपनी Refinement और Tractability के लिए जाना जाता है।

  • इंजन प्रदर्शन (Engine Performance): Classic 350 का 349 cc Air and Oil-Cooled इंजन लगभग 20.2 bhp @ 6100 rpm की पावर और 35 kmpl की बेहतर Mileage देता है। यह इंजन 90-100 kmph की गति तक लगभग Vibration-Free है।
  • राइडिंग अनुभव (Riding Experience): Classic 350 की सवारी की मुद्रा (riding stance) आरामदायक है। हालांकि, 195 kg का कर्ब वेट (Kerb Weight) और इसका टॉप-हेवी (top-heavy) स्वभाव ट्रैफिक (traffic) या पार्किंग (parking) में महसूस होता है।

गुणवत्ता और छोटी दिक्कतें (Quality and Minor Issues):

J-Platform ने पुरानी बाइक्स की कई समस्याओं को ठीक किया है, लेकिन कुछ छोटे Build Quality इश्यू बने हुए हैं:

  1. चिपचिपा स्पीडोमीटर (Sticky Speedo): कुछ उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की है कि गर्म धूप में खड़ी रहने पर स्पीडोमीटर (Speedometer) ‘चिपचिपा’ हो जाता है; इसे एक ज्ञात दोष (known flaw) माना जाता है।
  2. क्लच (Clutch): ट्रैफिक में इसका Clutch थोड़ा भारी महसूस हो सकता है।
  3. जंग लगना (Corrosion): आर्द्र (humid) क्षेत्रों में, एक वर्ष के उपयोग के बाद टर्न इंडिकेटर के तने (stem of the turn indicators) और कंसोल बेजल (bezel of the console) के आस-पास Rusting (जंग) की शिकायतें मिली हैं।

4. Technical Comparison Table:

यह सारणी Royal Enfield Bullet 350 (J-Platform) और Royal Enfield Himalayan 450 के बीच के महत्वपूर्ण तकनीकी अंतरों को दर्शाती है:

विशेषता (Feature)Himalayan 450Bullet/Classic 350
Engine (डिस्प्लेसमेंट)452 cc, Liquid-Cooled349 cc, Air and Oil-Cooled
अधिकतम पावर (Max Power)39.47 bhp @ 8000 rpm20.2 bhp @ 6100 rpm
टॉर्क (Max Torque)40 Nm @ 5500 rpm27 Nm @ 4000 rpm
ट्रांसमिशन (Transmission)6 स्पीड मैनुअल (Manual)5 स्पीड मैनुअल (Manual)
फ्रंट सस्पेंशनUpside Down Fork (43mm, 200mm travel)टेलिस्कोपिक (41mm, 130mm travel)
ABS टाइपDual Channel ABS (स्विच योग्य)सिंगल या Dual Channel ABS
इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर4-इंच TFT Display w/ Map Navigationसेमी-डिजिटल (Semi-Digital)
Mileage (रिपोर्टेड)30 kmpl35 kmpl
एक्स-शोरूम मूल्य (Avg. Ex-Showroom Price)₹ 3,05,722 से शुरू₹ 1,62,170 से शुरू

 

5. निष्कर्ष:

Royal Enfield Himalayan 450 उन राइडर्स के लिए एक आकर्षक विकल्प है जो एडवेंचर टूरिंग (Adventure Touring) के लिए अधिक पावर, उन्नत सस्पेंशन (USD Forks) और आधुनिक तकनीक (TFT Navigation) चाहते हैं। यह बाइक KTM 390 Adventure और BMW 310 GS जैसी बाइक्स को टक्कर देती है। हालाँकि, इसकी शुरुआती Reliability पर सवाल हैं, इसलिए इसे खरीदने वालों को शुरुआती दिक्कतें (initial niggles) ठीक होने तक इंतजार करने की सलाह दी जाती है।

दूसरी ओर, Bullet/Classic 350 एक J-Platform प्रोडक्ट है जिसने अपनी Reliability और क्लासिक अनुभव को सिद्ध किया है। यदि आपको कम Vibrations, बेहतर Mileage, और दैनिक आवागमन (daily commute) के साथ-साथ आरामदायक लंबी यात्रा (comfortable long ride) के लिए एक भरोसेमंद बाइक चाहिए, तो Classic 350 आज भी एक अविश्वसनीय मूल्य (incredible value) प्रदान करती है।

Royal Enfield Himalayan 450 आधुनिकता और रोमांच का वादा है, लेकिन इसमें शुरुआती जोखिम शामिल हैं। Classic 350 स्थिरता और भरोसे का प्रतीक है, जो दशकों पुरानी विरासत को आगे बढ़ाती है।यह चुनाव आपके राइडिंग स्टाइल (Riding Style) और नई तकनीक के साथ जोखिम लेने की आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।

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